डॉ. जांकर मानते हैं कि हाइड्रेशन पाइल्स से बचाव और इलाज दोनों में जरूरी है.
भारत में पाइल्स सर्जरी की लागत कई कारकों के आधार पर अलग-अलग हो सकती है, जिसमें सर्जरी के प्रकार, अस्पताल या क्लिनिक जहां प्रक्रिया की जाती है, और स्थान शामिल है। यहां विभिन्न प्रकार की पाइल्स सर्जरी की लागत को दर्शाने वाली तालिका दी गई है:
गुदा क्षेत्र से खून बहना, दर्द, खुजली, मल रिसाव और बलगम निकलना
ट्रोनोलेन हेमोराइड क्रीम: यह सूजन, खुजली और दर्द को ठीक व कम करने के लिए एस्ट्रिंजेंट के रूप में काम करती है।
बैठने या चलने में अधिक परेशानी नहीं होती।
शरीर को डिटॉक्स करने के लिए सप्ताह में एक बार व्रत करें।
हल्दी और शहद का पेस्ट बनाकर प्रभावित क्षेत्र पर लगाएं।
खास जरूरत पड़े तो डॉक्टर की सलाह से सर्जिकल या औषधीय विकल्प भी अपनाएं।
गुदा या मलाशय में संक्रमण : गुदा या मलाशय क्षेत्र में संक्रमण से सूजन हो सकती है, जिससे बवासीर होने की संभावना बढ़ जाती है।
वजन प्रबंधन : आहार और व्यायाम के माध्यम से स्वस्थ वजन बनाए रखने से गुदा और मलाशय में नसों पर दबाव कम करता है। इस वजह से बवासीर के विकास के जोखिम को कम किया जा सकता है।
क्षार सूत्र: क्षार सूत्र बवासीर के लिए एक आयुर्वेदिक उपचार है जिसमें औषधीय धागे का उपयोग शामिल है। धागे को बवासीर के पास मलाशय में डाला जाता है और कहा जाता है कि इससे बवासीर सूख जाती है और समय के साथ गिर जाती है।
हेम कंट्रोल कैप्सूल: इसे क्रीम, ऑइंटमेंट या अन्य उपचारों के विकल्प के रूप में उपयोग किया जाता है।
बवासीर में गुदा एवं मलाशय के निचले भाग की रक्तवाहिनियों में सूजन आ जाती है। ऐसा लम्बे समय तक कब्ज और शौच में अत्यधिक समय तक बैठे रहने here से होता है।
बवासीर को सही डाइट, जीवनशैली और सही चिकित्सा सलाह से पूरी तरह से मैनेज किया जा सकता है — और कुछ मामलों में इसका स्थायी इलाज भी संभव है।